Kavita Gautam

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ख्वाहिश नहीं मुझे

"ख्वाहिश नहीं मुझे"

ख्वाहिश नहीं मुझे
मशहूर होने की
बस नाम को अपने
साकार करना है...

तमन्ना नहीं मुझे
जाने सारी दुनिया 
खुद को जान पाऊं मैं
बस वो काम करना है...

चाहत नहीं मेरी
बहुत बड़ी बड़ी सी
छोटी छोटी खुशियों को बस
भरपूर जीना है...

अभिलाषा नहीं मुझे
लिखा जाए नाम मेरा
किन्हीं स्वर्ण अक्षरों में
बस नाम को अपने
स्मृतियों में रखना है...

ख्वाहिश नहीं मुझे
मशहूर होने की
बस नाम को अपने
साकार करना है...

कविता गौतम...✍️

#हिंदी दिवस प्रतियोगिता 

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8 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन,,,, दुनिया ही सही रूप है दुनियां नहीं होता है

Reply

Pratikhya Priyadarshini

22-Sep-2022 11:14 AM

Bahut khoob 🙏🌺

Reply

Achha likha hai 💐

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